काल सर्प योग यंत्र (भोज पत्र पर)
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काल सर्प योग यंत्र (भोज पत्र पर) :
ज्योतिष के अनुसार किसी की कुंडली में बनने वाला सबसे भयंकर दोष होता है कालसर्प दोष। कालसर्प दोष के कारण व्यक्ति को अपने जीवन में अनेक प्रकार की हानि उठानी पडती है।
कालसर्प दोष निवारण यंत्र का प्रयोग किसी भी प्रकार के दोष और कालसर्प दोष से होने वाली क्षति को कम करने के लिए किया जाता है। शास्त्रों में कालसर्प दोष के अनिष्टकारी प्रभाव से बचने के लिए उपाय बताए गए है।
इस दोष के दुष्प्रभाव से अकाल मृत्यु, संतान हानि, धन व्यय आदि हो सकती है।
काल सर्प योग यन्त्र के लाभ :
- कालसर्प योग निवारण यंत्र के प्रभाव से व्यक्ति को मुसीबतों से लडने की शक्ति और साहस मिलता है।
- यह यंत्र आपको बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा प्रदान करता है।
- इस यंत्र की मदद से स्वास्थ्य संबंधित परेशानियाँ दूर हो जाती है।
- इस यंत्र को स्थापित करने से कालसर्प दोष के प्रभावों से मुक्ति मिल जाती है।
- सिद्ध कालसर्प यंत्र सभी प्रकार के कालसर्प दोष को शांत करता है और आपकी कुंडली के अच्छे योगों में राजयोग की वृद्धि करता है, जिससे जीवन में उच्च स्तर सम्मान, धन, लक्ष्मी आयु और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
- कुंडली में कालसर्प यंत्र के प्रयोग के द्वारा आप अपने जीवन में आ रही परेशानियों को कम कर सकते है।
- कालसर्प यंत्र आपकी कुंडली में राहू और केतु के बुरे प्रभाव को शांत करता है, जिससे आपके जीवन में परेशानिया कम आती है।
- कालसर्प यंत्र आपको बुरी नजर और नकारात्मक शक्तियों से आपकी रक्षा करता है।
- नागपंचमी के दिन कालसर्प यंत्र की स्थापना करने से आपको अध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते है।
काल सर्प योग यन्त्र स्थापना विधि :
किसी भी सोमवार के दिन स्नान आदि करके अपने पूजा स्थल पर कालसर्प यंत्र ( सफ़ेद आसन पर या प्लेट में रखें फिर पुष्प, फल, फूल चढाये और भगवान शिव का ध्यान करे,
इसके बाद निम्न मन्त्र 108 बार बोलते हुए, गाय का कच्चा दूध 108 बार यंत्र पर एक चम्मच से चढ़ा दे :
।।ॐ ह्रीं नमः शिवाय ह्रीं।।
ऐसा करने से कालसर्प यंत्र पूर्ण जाग्रत हो जाता है, फिर इस यंत्र को अपने घर या कारोबार स्थल में पश्चिम दिशा में शुभ स्थान पर स्थापित कर दे या टांग दे।
Item Code : KaalSarpYogYantraBhojPatra
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