सुनेला [3 कैरेट] रुपये 1000/- रुपये 1250/- सुनेला [लैब द्वारा प्रमाणित] सुनेला : सुनेला पुखराज का उपरत्न है, इस कारण यह पुखराज के सामान ही गुरु- बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधि रत्न है। धारक के गुरु-ग्रह से संबन्धित सभी दोष शांत हो जाते है। धनु राशि वालों के लिये सुनेला धारण करना अत्यन्त शुभ फलदायक होता है। सुनेला के धारण करने से व्यापार तथा व्यवसाय में अभूतपूर्व बढ़ोतरी होती है। सुनेला को देवताओं के गुरु- बृहस्पति जी का प्रतीक माना जाता है। धारण विधि – सुनेला रत्न सोने की अंगूठी में जड़वाकर तर्जनी ऊँगली में धारण करे. स्वर्ण या ताम्र बर्तन में कच्चा दूध, गंगाजल, पीले पुष्प से एवं गुरु के बीज मंत्र के 19000 जप द्वारा अभिमंत्रित करके धारण करना चाहिए । गुरु का बीज मंत्र – ॐ एं क्लीं बृहस्पतये नमः Item Code : SUNELA3K | ||||||
नियम एवं शर्तें :
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सुनेला [3 कैरेट] रुपये 1000/- रुपये 1250/- | ||||||
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